इस सुबह का इंतज़ार ना था हमे abhishek at 19:49 इस सुबह का इंतज़ार ना था हमे, इस सुबह का इंतज़ार ना था हमेतुम वापस आ जाओगी यह ऐतबार था हमेतुम्हारा ये बलिदान खली नहीं जायेगासजा न मिल जाये उनको तबतक चैन नहीं आ पायेगा अभिषेक भटनागर --> Share To: NextNewer Post PreviousOlder Post abhishek View Profile
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