सिंह राशि का स्वामी सूर्य है, इसका मूल तत्व अग्नि है। सिंह राशि वाले जातक जन्म से ही कुशल नेतृत्व करने वाले होते हैं। सिंह राशि वालों का स्वभाव बेहद ही प्रभावशाली होता है। समाज में इस राशि के लोग प्रभुत्वशाली, विश्वसनीय और सम्माननीय होते हैं। तो चलिए जानते हैं कि सिंह राशि वालों में किस तरह की खूबियां होती हैं।
रोमांटिक पार्टनर प्रेम और वैवाहिक जीवन में सिंह राशि के लोग बेहद रोमांटिक पार्टनर होते हैं। इनका अंदाज विपरीत लिंग के लोगों को बहुत आकर्षित करता है। कई बार इस राशि के लोग पार्टनर पर पूरी तरह से हावी हो जाते हैं और पूर्ण अधिकार रखते हैं। कई बार यही बात गलत प्रभाव भी डालती है।
सिंह लग्न वाले जातक आकर्षित होते हैं। आपके शारीरिक संरचना के बारे में कहा जाए तो आपकी आंखें बड़ी, नाक लंबी और माथा चौड़ा होता है, आपका चेहरा अंडाकार होता है और शरीर का ऊपरी हिस्सा मजबूत होने के साथ साथ आकर्षक होता है। आपकी ऊंचाई औसत होती है, लेकिन व्यक्तित्व में कोई कमी नहीं होती है।
सिंह राशि के लोग अच्छे मित्र होते हैं और समय आने पर अपनी मित्रता का भी परिचय बखूबी देते हैं। ये लोग ईमानदार और विश्वसनीय होते हैं। काम करते समय कई बात अधिक उत्सुक दिखाई देते हैं। स्वयं और समाज के प्रति आशावादी, परोपकारी एवं दयालु होते हैं।
अहंकार है बड़ी परेशानी सिंह राशि के जातकों में बड़ी कमी होती है अहंकार। इनका गुस्से वाला रवैया लोगों को भयभीत करता है। इस राशि के लोग निजी आक्षेप के प्रति काफी संवेदनशील होते हैं और अपनी आलोचना नहीं सह पाते हैं। स्वभाव से जिद्दी हो सकते हैं और इस बात में यकीन करते हैं कि आपके द्वारा उठाया गया कदम सही ही होगा।
ये दिल से कार्य करते हैं। ये ईमानदार और करिश्माई व्यक्तित्व के धनी जातक अपनी गलती पर भी उदार रहते हैं। स्नेही और नाटकीय व्यवहार से भरपूर ये अपने व्यक्तित्व के कारण भीड़ में भी अलग नजर आते हैं।और अपने आकर्षण से प्रभाव डालने में सफ़ल रहते हैं।ये लोगों के मन पर एक अमिट छाप छोड़ देते हैं। ये बहुत महत्वाकांक्षी होते हैं और इनकी ताकत इन्हे अपने लक्ष्यों को पूरा करने की शक्ति देता हैं। अपने लक्ष्य की पूर्ति में ये अतिआत्मविश्वास और तेजी से आगे बढ़ते हैं कि कभी कभी अपने ध्यान से भटक जाते हैं।
सिंह राशि के लिए रचनात्मकता, आदर्शवाद, नेतृत्व, असीम उत्साह, महत्वाकांक्षा, उनकी सबसे बड़ी संपत्ति हैं। ये अपने दृढ़विश्वास, भावना की उदारता और जबरदस्त ऊर्जा के साथ सफल होने के लिए दृढ़ संकल्पित होते हैं। सिंह राशि के सभी राशियों के राजा होते हैं और वो इस पर बहुत गर्व करते हैं. सिंह राशि वाले लोग हमेशा खुद को एक पायदान पर रखते हैं और खुद को किसी और से पहले नंबर एक समझते हैं.
सिंह राशि के लोग सोने के दिल के साथ सबसे उदार भी होते हैं. नि:स्वार्थ प्रेम का कार्य और वो अपने आप में जिस दयालुता को आत्मसात करते हैं, लोग बस उनके आकर्षण के प्यार में पड़ जाते हैं. सिंह राशि के जातक अति आत्मविश्वासी होते हैं लेकिन उनमें अक्सर नाजुक अहंकार होता है. एक बार जब आप उनकी बुरी किताबों में होते हैं, तो वहां से कोई पीछे नहीं हटता है, आप बिना किसी चेतावनी के सिंह के जीवन को काट देंगे और त्याग देंगे.
सिंह राशि वाले माता-पिता के रूप में
सिंह राशि वाले माता-पिता को खुशमिजाज़, चंचल और रचनात्मक माना जाता है। वे अपने बच्चे के विकास और उनमें रचनात्मक गुणों की वृद्धि के लिए उन्हें कई अवसर प्रदान करते हैं। इस तरह से बच्चों का पालन-पोषण करने से बच्चे आमतौर पर जीवन में अच्छा करते हैं। वे अपने बच्चों से प्यार करते हैं और उन पर बहुत गर्व महसूस करते हैं। उनके बच्चे स्वतंत्र विचारों के होते हैं, वे प्रतिबंधों को नापसंद करते हैं। इससे वे नर्वस और बेचैन हो सकते हैं। ऐसे में सिंह राशि वाले पैरेंट् को अपने बच्चों पर भरोसा रखना चाहिए वरना वे उनका विश्वास खो सकते हैं।
सिंह राशि के अंतर्गत जन्मे व्यक्ति सबसे ज्यादा प्यारे और भरोसेमंद माने जाते हैं। वे हमेशा चलने वाला प्यार और प्रतिबद्धता चाहते हैं। उनके लिए जीवन में सेक्स और रोमांस आवश्यक होते हैं। वे चाहते हैं कि उनका साथी उनके लिए हमेशा अपना सर्वोत्तम दें। सिंह राशि वाले जल्दबाज़ी से बचते हैं। वे जीवन में धीरे-धीरे होने वाले बदलाव के पक्ष में होते हैं। ये भरोसेमंद होते हैं। वे हमेशा अपनी सामाजिक स्थिति के बारे में जागरूक रहते हैं और वे बहुचर्चित होते हैं। वे आम तौर पर अपने प्यार को सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित नहीं करते हैं क्योंकि वे से अपनी शान के खिलाफ समझते हैं। वे भावुक और प्रेमपूर्ण प्रकृति के होते हैं, लेकिन उनका रवैया अक्सर विवेकहीन होता है। वे समाज की कमान संभालते हैं और एक महत्वपूर्ण पद पर होते हैं। इसके साथ ही वे अपने जीवनसाथी के लिए अपने दिल में कभी न खत्म होने वाला प्यार रखते हैं। वे कभी भी किसी को अपने परिवार के किसी भी सदस्य का अनादर करने की अनुमति नहीं देते। वे खराब प्रतिष्ठा बर्दाश्त नहीं कर सकते, यदि कोई उनके विश्वास को तोड़ता है तो हो सकता है कि वह हमेशा के लिए उन्हें खो दें।
सिंह राशि वाले माता-पिता के रूप में
सिंह राशि वाले माता-पिता को खुशमिजाज़, चंचल और रचनात्मक माना जाता है। वे अपने बच्चे के विकास और उनमें रचनात्मक गुणों की वृद्धि के लिए उन्हें कई अवसर प्रदान करते हैं। इस तरह से बच्चों का पालन-पोषण करने से बच्चे आमतौर पर जीवन में अच्छा करते हैं। वे अपने बच्चों से प्यार करते हैं और उन पर बहुत गर्व महसूस करते हैं। उनके बच्चे स्वतंत्र विचारों के होते हैं, वे प्रतिबंधों को नापसंद करते हैं। इससे वे नर्वस और बेचैन हो सकते हैं। ऐसे में सिंह राशि वाले पैरेंट् को अपने बच्चों पर भरोसा रखना चाहिए वरना वे उनका विश्वास खो सकते हैं।
सिंह राशि वाले बच्चे
जो बच्चे सिंह राशि के तहत जन्म लेते हैं वे शुरू से ही अद्वितीय आकर्षण वाले होते हैं। इन्हें ज्यातर लोग पसंद करते हैं। वे छोटी उम्र में ही लाड़ प्यार में बिगड़ सकते हैं। वे एक अच्छे आयोजक होंगे, न कि अभिभानी। वे अपने अच्छे व्यवहार, अज्ञाकातिा, बहादुरी, अपनेपन और भरोसे के चलते वे आत्मविश्वास से जीवन में आगे बढ़ते हैं और प्रसिद्धि पाते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें सही अनुशासन की जरूरत होती है। उनके अहम अैर हरकतों पर नियमित नज़र बनाए रखना होगा।
सिंह और मेष का रिश्ता
इन दोनों दोस्तों का गठबंधन एक उम्दा रिश्ते का गठन करते हैं। दोनों राशि के जातकों के जीवन के हर मोड़ के लिए समान रुचि और अरुचि होते हैं। वे दोनें एक लीडर बनना चाहते हैं। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या उनके अहम के टकराने की होती है। प्रत्येक को गति बनाए रखने के लिए कभी-कभी दूसरे के अहंकार झेलने के लिए तैयार हो जाना चाहिए। सिंह और मेष राशि वाले लोग एक-दूसरे से भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं, जो एक अच्छा संबंध बनाने का परिणाम होता है।
सिंह और वृषभ का रिश्ता
दोनों दोस्तों के बीच मजबूत आकर्षण का परिणाम एक बेहतर रिश्ता नहीं होता है। दोनों में से कोई भी अपने संबंध को थोड़ा-सा भी आगे नहीं बढ़ाना चाहता, वे अपने निर्णयों पर टिके रहते हैं। सिंह राशि वाले बहुत धन खर्च करते हैं जबकि वृषभ राशि वाले खर्च करते समय सावधान रहते हैं। सिंह जातक वृषभ राशि वालों के कहने पर भी कोई मदद नहीं करते, वे इस मामले में काफी स्वार्थी होते हैं। इन दोनों राशि के लोगों के व्यक्तित्व आपस में टकराते हैं, लेकिन इनका संबंध तभी सफल हो सकता है जब इनमें से कोई एक-दूसरे जातक का समर्थन करें।
सिंह और मिथुन का रिश्ता
वायु और अग्नि तत्व के समायोजन से ये दोनों राशि के जातक अपने उत्कृष्ट सामाजिक जीवन एवं पार्टियों का खूब लुत्फ उठाते हैं और इनके बहुत सारे दोस्त भी साथ होते हैं। उनका जीवन ग्लैमर, आनंद और मज़े से भरा होता है। मसका लगाने से सिंह राशि वाले लोगों के दिल को आसानी से जीता जा सकता है। वहीं मिथुन राशि वाले जातकों के कोमल ह्दय प्यार को चुनते हैं, ये सिंह राशि के जातकों को कभी-कभी ईष्र्या महसूस कर सकता है।
सिंह और कर्क का रिश्ता
कर्क राशि वाले मूडी होते हैं और सिंह राशि वाले जातक आसानी से उनके साथ तालमेल बैठा लेते हैं। कर्क राशि वालोंं को संबंधों में सफलता और गहराई की जरूरत होती है। लेकिन सिंह राशि वाले संबंध में रोमांच और मस्ती चाहते हैं। कर्क राशि वाले गृह प्रेमी होते हैं। वहीं सिंह राशि के जातकों को हर समय बाहर रहना पसंद होता है। इसके बावजूद उनका मिश्रित व्यवहार उनके रिश्ते को सफल,रोमांटिक और आगे ले जाता है। दोनों एक दूसरे को आगे बढ़ाते हैं और आपस में सकारात्मक गुणों की प्रशंसा करते हैं।
सिंह और सिंह का रिश्ता
दोनों ऊर्जावान, रचनात्मक, रोमांटिक, आनंद और उत्साह से परिपूर्ण होते हैं। वे एक अद्वितीय साथी होते हैं, साथ ही वे एक उम्दा प्रेमी और अच्छे विरोधी होते हैं। उनका समायोजन अद्धभुत होता है और दोनों मजबूत इक्छाशक्ति की योग्यता रखते हैं। उनके बीच अच्छी समझ होती है, लेकिन दोनों ही एक दूसरे पर अपना प्रभुत्व जमाना चाहते हैं और ये चीज कभी-कभी उनके रिश्ते में कठिनाई उत्पन्न कर सकती है।
सिंह और कन्या का रिश्ता
ये एकमात्र ऐसा रिश्ता है जो संबंधों के प्रकार पर निर्भर करता है। कन्या राशि वाले रूढ़िवादी और गलतियां निकालने वाले होते हैं। जबकि सिंह राशि वाले बहुमुखी और पैसे खर्च करने वाले होते हैं। कन्या राशि वाले सिंह जातक को समझने में असमर्थ होते हैं। लेकिन सिंह राशि वाले व्यक्ति कन्या राशि के लोगों की बौद्धिकता से प्रभावित होते हैं। कन्या राशि वालों का दिल जीतने के लिए सिंह राशि के जातकों को धैर्य की आवश्यकता होती है। सिंह राशि वाले कन्या जातक की चालाकी और सतर्कता की सराहना करते हैं और वे भी अपने साथी से प्रशंसा चाहते हैं। व्यवसाय में सिहं जातक एक लीडर होते हैं और कन्या जातक दूसरे स्थान पर होते हैं।
सिंह और तुला का रिश्ता
सूर्य शासित सिंह और शुक्र शासित तुला मिलकर एक मजबूत और घनिष्ठ संबंध बनाते हैं। दोनों राशियों के कलात्मक, बहुमुखी, असाधारण और अपने रुपये पैसे के बारे में ज्यादा चिंता न करने के गुणों के कारण ये साथ में एक बेहतर संयोजन बनाते हैं। दोनों जातक दूसरे से खुद को ज्यादा आकर्षण का केंद्र रखना चाहते हैं।
सिंह और वृश्चिक का रिश्ता
दोनों साथियों के बीच कई मतभेद होने के बावजूद इनका संयोजन बहुत मजबूत होता है। उनका विवाहित जीवन खुशहाल और सफल रहता है लेकिन दोनों के बीच ईष्र्या की भावना एक बड़ी भूमिका निभाती है। सिंह राशि वालों को वृश्चिक राशि द्वारा नीचा दिखाया जाना बिल्कुल पसंद नहीं होता है। वहीं वृश्चिक जातकों को सिंह राशि का दिखावा पसंद नहीं होता है।
सिंह और धनु का रिश्ता
दोनों अग्निचिन्हों का संयोजन इनके बीच एक शानदार रिश्ता बनाता है। दोनों राशियों के जातकों की समान रुचियां होती हैं ओर उन्हेंमस्ती, स्वतंत्रता और आनंद पसंद होता है। वे अपने स्वभाव से सामाजिक होते हैं। सिंह राशि वाले एक ऐसे व्यक्ति होते हैं जो धनु राशि वालों को विश्वासी रख सकते हैं। दोनों एक अच्छे जीवन साथी होते है और उनका जीवन खुशियों से भरा होता है। इन दोनों के बीच केवल एक समस्या होती है वह है अपना प्रभुत्व स्थापित करने की।
सिंह और मकर का रिश्ता
दोनों साथी स्वार्थी और आत्म केंद्रित होते हैं। वे अपने-अपने रास्ते को फॉलो करना चाहते हैं। उनके रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए काफी सारे प्रयत्न की जरूरत होती है। मकर राशि वाले रुपये खर्च करते समय बहुत सावधान होते हैं लेकिन सिंह राशि वाले लापरवाह होते हैं। मकर जातक रोमांटिक सिंह राशि वाले व्यक्ति को स्नेह और प्यार नहीं दे पाते हैं। जिसकी सिंह जातक अपेक्षा करते हैं। दोनों एक दूसरे से लगभग विपरीत होते हैं और उनका संबंध तभी काम कर सकता है जब उनमें इसके लिए कोई इच्छ हो।
सिंह और कुंभ का रिश्ता
सिंह राशि के जातकों का अहम अक्सर धनु राशि वालों की स्वतंत्रता के कारण चोटिल होता है। दोनों को दोस्त बनाना, पार्टियों में जाना, सामाजिक बने रहना और विभिन्न लोगों के साथ संपर्क में रहना पसंद होता है। सिंह राशि वाले हमेशा अपना प्रभुत्व स्थापित करना चाहते हैं जो धनु राशि वालों को बेचैन और अधैर्य कर सकता है। सूर्य और यूरेनस की ये जोड़ी एक उम्दा संयोजन है। ये संबंध रोमांच, मस्ती, गहराई और अच्छी समझ से परिपूर्ण होता है।
सिंह और मीन का रिश्ता
ज्वलंत सिंह और जल तत्व वाले मीन राशि में एक दूसरे से सीखने की क्षमता होती है। वे एक दूसरे से व्यक्तित्व के साथ बर्ताव में भी अलग होते हैं। दोनों राशि वाले जातक उनसे लेने की अपेक्षा देने में यकीन रखते हैं। सिंह राशि वालों का बहुमुखी स्वभाव मीन राशि वालों के शांत रवैये से भिड़ता है। मीन राशि वालों की संवेदनशीलता अक्सर क्रियाशील सिंह जातकों के रास्ते में एक बाधा खड़ी कर सकता है।
7 Ways Rahu In The same House Will Influence Your Life.-rahu in 1st house
Rahu is one of the most important astrological houses. It is also known as the ‘black’ house, because it rules over darkness, and death.
It is ruled by the planet Saturn, and Capricorn. Rahu is also related to fear, and mental disorders. The planetary ruler of Rahu is Saturn, which has a connection with the three moons of Jupiter. Neptune rules over this house, which gives it an emotional, spiritual desire for growth, and healing. The sign that rules over Rahu are Capricorn.
The same house, represents our ambitions, and goals in life, while the 2nd House represents our material needs. In a personal astrological reading, the natal chart will reveal patterns of achievement, and success, as well as obstacles, and challenges. The 1st house, also reveals our dreams about our future, and how we would like to live out that future.
The same house, is about the future of your life, and how you would like to live it. Thesamet house, also reveals the dreams that you have for your future, the opportunities that you may have, and where you would like to go.
Rahu in the first house, means that you are ambitious, and competitive. You are likely to focus on career, and money-related matters more than anything else. You will have a difficult time dealing with people who don't share your goals or ambitions - they may seem like obstacles to you.
Rahu in the same House is a malefic planet. It is not good for you.
Rahu in the same House can be a sign of instability, confusion, and uncertainty. It can also mean that your life has been too easy, and you are not challenged again.
Rahu in the same House can be hard to deal with because it makes you feel like things are changing too fast, and that you are unable to keep up with them.