वो भी खामोश है हम भी खामोश रहते है ,
सिर्फ ख़ामोशी बात करती है
ना जाने यह वक़्त कब खत्म होगा
फिर जीवन मै बहार आएगी
Share To:

abhishek

Post A Comment:

0 comments so far,add yours

Thanks for comments