ठंडी ठंडी रातो मै जब याद मेरी आयेगी
सिमट जाऊगी मेरी यादो मै
नीद नहीं आएगी तुमको यकीं  है मुझको
चेहरा नज़र आएगा मेरा बार-२ 

तुम लाख कोहिश करो भूल ना पओगी ,
अरे मै वो हूँ जो तुम्हारी सासों मै रहता हूँ
और सासों से बैर कैसे कर पओगी

चुपी की यह  दीवार अब  तोड़ दो
और दिल के राज़ अब जुबान से बोल दो
तुमको और मुझको साथ -२ चलना है
हाथ थामो मेरा बाकि फिकर छोड़ दो

जब तुम साथ होती हो तो डर नहीं लगता ,
यह तूफान भी तूफान नहीं लगता
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abhishek

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